सीएए को समर्थन / 1000 शिक्षाविदों ने कहा- कानून से धार्मिक आधार पर पलायन के लिए मजबूर किए गए लोगों को पनाह मिलेगी


 संशोधित नागरिकता कानून के विरोध के बीच, देश के 1000 से ज्यादा शिक्षाविदों ने इसका समर्थन किया है। शनिवार को अलग-अलग विश्वविद्यालयों से संबद्ध शिक्षाविदों ने बयान जारी करके संसद को कानून पास करने के लिए बधाई दी।


शनिवार को शिक्षाविदों ने बयान में कहा, “संसद को उपेक्षित अल्पसंख्यकों के साथ खड़े रहने और भारत की सभ्य प्रकृति को बरकरार रखने के लिए बधाई।” उन्होंने कहा- यह कानून, धार्मिक आधार पर सताए जाने पर पलायन करने को मजबूर लोगों के लिए सुरक्षित पनाह देता है।


नागरिकता बिल के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन


नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले एक सप्ताह से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। शनिवार को बिहार में राजद ने बंद बुलाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने गांधी सेतु जाम कर दिया, पटना-हाजीपुर में आगजनी की। वैशाली में राजद कार्यकर्ताओं ने मवेशियों के साथ एनएच 77 को जाम कर दिया। मवेशियों पर टंगे पोस्टरों में लिखा था- मैं विदेशी नहीं हूं और एनआरसी बिल और सीएए का विरोध करता हूं।


कानून के खिलाफ प्रदर्शन को दौरान, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के चलते मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई। तृणमूल नेताओं का 4 सदस्यीय दल मृतकों के परिवार से मिलने रविवार को लखनऊ जाएगा।